What is IOT Technology

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 What is an Internet of Things (IoT)

IOT क्या है

 

आप, अभी जरा ध्यान दीजिये अपने मोबाइल फ़ोन पर, उसमे एक GPS चिप लगी है जो आपकी लोकेशन बताने में मदद करता है, आपके फ़ोन के स्क्रीन के ऊपर के हिस्से में एक sensor लगा हुआ है जो आपके फ़ोन के दौरान आपके कान के पास लगने पैर स्क्रीन की लाइट बंद हो जाती है, फिर उसके बगल में लाइट sensor भी है जो आपके कमरे में आपकी फ़ोन की brightness को low और बहार आने पर high कर देता है,

क्या हो अगर हम इस sensor की सहायता से अपने आस पास की चीजों को जोड़ दे जैसे के, फ़ोन के लाइट censor को में अगर अपने घर के लाइट बल्ब में लगा दू तो खुद ही अँधेरा होने पैर मेरे घर का बल्ब on हो जाये |

सोचिये जरा हम इन्ही सरे चीजों का उपयोग करके अपने लिए बहोत से automatic चीज़े बना सकते है। फिर इन तमाम चीज़ो को अपने फ़ोन के control भी कर सकते है, इसी का तो नाम है IOT - Internet of Things

 

How does Internet of Thing (IoT) Work?          

अलग-अलग IoT इको सिस्टम (architecture) के लिए IoT की working processes अलग-अलग होती है। हालाँकि, वहाँ काम करने की प्रमुख अवधारणाएँ समान हैं। IoT की पूरी working processes खुद  डिवाइस से शुरू होती है, जैसे कि smart phone, digital watch, electronic device , जो IoT प्लेटफ़ॉर्म के साथ securely data transfer करते हैं। प्लेटफ़ॉर्म सभी कई device और प्लेटफ़ॉर्म से data collection और analysis करते हैं और सबसे important data को एप्लिकेशन के साथ device में transfer करते हैं।

Features of IOT

 

The most important features of IoT on which it works are connectivity, analysing, integrating, active engagement, and many more. Some of them are listed below:

Connectivity: simple word में कहे तो connectivity IOT की सारि चीजों को आपस में अच्छे से जोड़ना। ये server या cloud भी हो सकता है।

Analysing: Analysing का मतलब होता है, हमारे पास जो IOT के device के द्वारा जो भी data आएगा उसका कहा पैर और कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है। उसके बारे में सोचना।

Integrating: यूजर के experience को improve करने के लिए दूसरे मॉडलों को add करना

Intelligence: IoT चीजों को स्मार्ट बनाता है। IOT से मिलने वाले data बहोत जगह इस्तेमाल किया जाता है। जैसे अगर हमारे पास कॉफी मशीन है जिसकी बीन्स खत्म होने वाली है तो कॉफी मशीन खुद ही दुकानदार से आपकी पसंद की कॉफी बीन्स मंगवाती है।

Artificial Sensing: हमारे आस पास होने वाली तमाम बदलाव पैर नज़र रखता है। temperature, brightness, sound वगैर। devices को automatic काम करने के लिए sensor input लेना ही पड़ता है। सेंसर के बिना IOT का environment नहीं बन सकता। 

Active Engagement IoT कनेक्टेड टेक्नोलॉजी, प्रोडक्ट या सर्विसेज को एक दूसरे के बीच एक्टिव एंगेजमेंट बनाता है। real connation मतलब उसी टाइम डाटा transfer जिसकी मदद से तुरंत एक्शन लिया जा सके। 

Endpoint Management: सभी IoT सिस्टम का Endpoint Management होना जरूरी है, नहीतो आपके पुरे IOT सिस्टम को बिगड़ सकती है।ैसे कॉफी मशीन समाप्त होने पर कॉफी बीन्स का ऑर्डर देती है, पर अगर हम घर पैर नहीं है और कही बहार जाना है तो आर्डर करे।

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